हरियाणा आप पंजाब में आप की जीत के बाद है गलत दिशा में या सही दिशा में_खुद करे विचार!
हरियाणा आप पंजाब में आप की जीत के बाद है गलत दिशा में या सही दिशा में_खुद करे विचार!
विश्लेषण योग्य!
आम आदमी पार्टी की पंजाब में हुई भरी जीत। आप की बनी पंजाब में सरकार। आप की पंजाब जीत का जबरदस्त प्रभाव पड़ोसी राज्यों पर भी पड़ा। विशेकर हरियाणा पर ज्यादा असर देखने को मिला। लोगों का हरियाणा में आम आदमी पार्टी की तरफ झुकाव तेजी से बढ़ा।
जान्हा आम पब्लिक आप में शामिल हुई वन्ही दूसरे राजनीतिक दलों के घिसे पिटे नेता भी आप में शामिल हुए। कुछ ही दिनों में आप को पहचानना मुश्किल हो गया की कन्हि आम आदमी पार्टी कांग्रेस में मर्ज तो नही हो गई। कांग्रेस के सभी नामी ग्रामी नेता जो सदियों से राजनीति में हैं वे सब आप के हो गए।
बहुत गहन विषय: हम आप के हैं कोन??
असल में देखा जाए तो हरियाणा में सालों से आप के प्रचारक, स्पोर्टर और क्रांतिकारी कार्यकर्ता गरीब घरों से हैं। ये वही क्रांतिकारी कार्यकर्ता है जो पंजाब में आप की जीत के बाद हरियाणा आप में दूसरे दलों से आ रहे नेताओं से तंग थे। बदलाव के उद्देश्य से जिन्होंने ने आप को हरियाणा में मजबूत किया। इन्ही नेताओं के विरुद्ध जो लड़ रहे थे। इन्ही नेताओं ने जिनका आप के प्रचार के समय मजाक बनाया। जलील किया। नीचा दिखाया।
परंतु ये कार्यकर्ता अपनी मजबूरी,अपनी गरीबी और अपना अपमान भूल कर दिन रात आप को मजबूत करने में लगे रहे। ये वही कार्यकर्ता हैं जिन्हें राजनीति करनी नही आती। ये वही कार्यकर्ता हैं जो दिन रात आप के रहे।
लेकिन बड़े ही दुख और विचार योग्य बात है की आज उन्ही क्रांतिकारी नेताओं से पूछा जाता है की कोन?
आप कोन है?
अपने पराए हो गए पराए अपने
लगता है_ आप से भी टूट ते जा रहे हैं अब लोगों के सपने!!!
जान्हा मेहनती, क्रांतिकारी और जानूनी कार्यकर्ताओं की अनदेखी आप हरियाणा में अब हो रही है वंही कुछ नीच प्रकृति के चमचागिरी के शौकीन काम चोर और क्रियाहीन उच्च पदों पर आसीन आप नेताओं के तो भाग ही खुल गए। पंजाब में आप की जीत से पहले जिन्होने आप हरियाणा में सुशील गुप्ता जी की चमचागिरी के इलावा या गुप्ता जी के कान भरने के इलावा या गुप्ता जी के साथ फोटो खिंचवाने या गुप्ता जी को होटलों में चाय नाश्ता करवाने के सिवाय जिन्होंने ने पार्टी के लिए कुछ नहीं किया उनकी आज बल्ले बल्ले बाकी सब थल्ले थल्ले!!
वा री किस्मत भाग जगा दिए निकम्मों के भी😂😂!!
लेकिन एक बात याद रखनी होगी आप हरियाणा के शीर्ष पदों पर आसीन शाहनशाओं को की ये पब्लिक है सब जानती है😀!
(1) आप हरियाणा में प्रोटोकाल नाम की कोई चीज नहीं है।
(2) कार्यकर्ताओं को केवल पद दिए गए है लेकिन किसी भी जरूरी मीटिंग या कार्य में उनकी कोई सलाह नही ली जाती।
(3) अपनी मर्जी से कोई भी कुछ भी कर रहा है।
(4) बस दो चार आगे के लोग है वही शेर बनी बैठें हैं।
(5) मेरा दावा हैं की अगर यही हाल रहा हरियाणा में आप का और पुराने क्रांतिकारी नेताओं कार्यकर्ताओं की होती रही अनदेखी तो इस बार बिलकुल भी नहीं बनेगी हरियाणा में आप की सरकार। यह चैलेंज है।👍
आप में सुधारयोग्य कुछ टिप्स
1. सभी पुराने कार्यकर्ताओं को सम्मान और इज्जत सहित पार्टी में स्थान दें। किसी भी मीटिंग या कार्य संबंधी उनकी सलाह भी उनके कद और पद के अनुसार ली जाए। उनकी योग्यता के अनुसार उन्हें जिम्मदारी दी जाए।पार्टी संबधी गतिविधियों को लेकर उनसे विचारविमर्श भी किया जाए।
2. पार्टी संबधी प्रोटोकाल लागू हो। उपर से नीचे तक पूरी गाइडलाइन कार्यकर्ताओं को रिटन में दी जाए।
जो अनुसरण ना करे उसके विरुद्ध एक्शन ले पार्टी।
3. आप ये भी ध्यान रखें की दूसरे दलों के नेताओं में पब्लिक को ज्यादा रुचि नही है। हां ये हो सकता है की आप के कुछ नेताओं को हो।
इसलिए पब्लिक में से ही नए चेहरों को आगे लाया जाए ना की पुराने घिसे पिटे चेहरों को को हर विधान सभा चुनाव में पार्टी और अपने असूल बदल लेते हैं।
5. जिन कार्यकर्ताओं ने आरंभिक दिनों से आप का साथ दिया है उन्हे इग्नोर ना करे। क्योंकि उन्हें राजनीति और चमचागिरी नही बस ईमानदारी से अपना काम करना आता है।
अगर इन लोगों को किया इग्नोर तो अगले 10 साल भी हरियाणा में नही बनेगी आप की सरकार।
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